शुक्रवार, 25 जुलाई 2014

ब्रज भाव


ब्रज भाव को समझना इतना आसान तो नहीं पर अगर राधा माधव की कृपा हो तो मुश्किल भी नहीं । अगर आप ब्रज लीलाओं का अध्ययन करेंगे तो आपको आदि से ही बस एकही भाव मिलेगा अपने प्रियतम की सेवा उनकी प्रसन्नता । सखियाँ इस सेवा की परमाचार्य हैं । स्वयम श्री कृष्ण भी श्री जी की सेवा इन सखियों से सीखते हैं । इसलिए अगर ब्रज भाव की भक्ति करनी हो तो अपने प्रियतम की सेवा में मन लगाओ । प्रये तभी सम्भव होगा जब आपके अंदर   विशुद्ध प्रेम हो और ये प्रेम तो श्री युगलवर या फिर इनकी प्राण प्यारी सखियाँ हिन् दे सकती हैं

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें